दिल मे जज़्बात की परछाइयों की बस्ती है, सुर्ख होठों पर मचलते हुये मौसम की तरह। एक छू दिल मे जज़्बात की परछाइयों की बस्ती है, सुर्ख होठों पर मचलते हुये मौसम की तरह...
बंद गाड़ी में आज जब चैन से सफ़र करते है। स्कूटर पर चिल्ला कर बातें करना फिर भकझोर सा जाता ह... बंद गाड़ी में आज जब चैन से सफ़र करते है। स्कूटर पर चिल्ला कर बातें करना ...
कभी मलमल के साथ तो कभी काटो के साथ रहना सीखो। कभी मलमल के साथ तो कभी काटो के साथ रहना सीखो।
मेरी दिल से दुआ है आप पहले की तरह मुस्कुराने लगे। मेरी दिल से दुआ है आप पहले की तरह मुस्कुराने लगे।
खुद ही में खुद मुस्कुराता हूँ खुद ही में खुद मुस्कुराता हूँ
जात पात और धर्म बैठे तराजू की एक ओर हैं, समझ नहीं आता दूसरी ओर बैठा कौन है। जात पात और धर्म बैठे तराजू की एक ओर हैं, समझ नहीं आता दूसरी ओर बैठा कौन है।